उठो जवान देश की वसुंधरा पुकारती देश है पुकारता पुकारती मा भारती

उठो जवान

उठो जवान देश की
वसुंधरा पुकारती
देश है पुकारता
पुकारती मा भारती ॥धृ॥
रगो मे तेरे बह रहा
खून राम शाम का
जगद्गुरु गोविंद और
राजपूती शान का
तू चल पडा तो चल पडेगी
साथ तेरे भारती ॥१॥
है शत्रू दनदना रहा च
हू दिशा मे देश की
पता बता रही हमे किरन
किरन दिनेश की
वो चक्रवर्ती विश्वजयी
मातृभूमी हारती ॥२॥
उठा कदम बढा कदम
कदम कदम बढाये जा
कदम कदम पे दुश्मनो के
धड से सर उडाये जा
उठेगा विश्व हाथ जोड
करने तेरी आरती ॥३॥

  

Comments

Popular posts from this blog

सुन माता अंजना ध्यान से तेरा लल्ला अखाड़ मे दण्ड पेलता।

दीपावली पे क्यो ना आए पापा अबकी बार॥

जब तक सूरज चंदा चमके तब तक ये हिंदुस्तान रहे।